खोया मार्केट में छापे से व्यापारियों में अफरा तफरी - नरेश कादयान

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खोया मार्केट में छापे से व्यापारियों में अफरा तफरी - नरेश कादयान Reviews

OIPA in India rep. Naresh Kadyan October 28, 2010
Food Adulteration - PFA मिलावट का कारोबार: Sukanya Kadyan
नई दिल्ली.दिल्ली सरकार को इस बार भी दीपावली पर बड़े पैमाने पर मिलावटी खोये का कारोबार होने का अंदेशा सता रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी तो उत्तर प्रदेश से दिल्ली पहुंचने वाले खोये को लेकर है, जिसमें मिलावट की आशंका सबसे ज्यादा है।

इसी के मद्देनजर खाद्य एवं अपमिश्रण विभाग की टीम ने बुधवार को मोरी गेट स्थित दिल्ली की सबसे बड़ी खोया-मावा मार्केट में छापेमारी की और जांच के लिए 10 दुकानों से आठ सैंपल उठाए। इसकी खबर लगते ही मंडी के आढ़तियों में अफरा-तफरी मच गई।

इस दौरान करीब 10 टन खोया लावारिस हालत में पाया गया, जो बाद में गायब हो गया। दिल्ली की स्वास्थ्य मंत्री प्रो. किरण वालिया ने दिल्ली पुलिस से इस लावारिस खोये के गायब होने की जांच करने को कहा है, क्योंकि इसके नकली होने की पूरी संभावना है।

बुधवार सुबह दिल्ली सरकार के खाद्य एवं अपमिश्रण विभाग की टीम ने एसडीएम विजय भारद्वाज के नेतृत्व में मोरी गेट स्थित खोया-मावा मार्किट पहुंचकर छापेमारी की। विभाग के चार खाद्य निरीक्षकों ने दस दुकानों से खोये-मावे के आठ सैंपल जांच के लिए उठाए, ताकि मार्केट में मिलावटी खोये के होने का पता चल सके।

छापेमारी कर सैंपल लिए जाने से मार्केट में अफरा-तफरी फैल गई। इसके बाद मार्केट में कई दुकानों से व्यापारी अपना माल उठाकर ले जाने लगे। अचानक सैंपल लेने टीम के पहुंचने से व्यापारी वर्ग भी सकते में आ गया। इस दौरान अधिकारियों को मंडी परिसर में करीब दस टन खोया लावारिस अवस्था में मिला।

इस खोये के मिलावटी होने का अंदेशा था, इसलिए इसे तुरंत दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया गया। अफरा-तफरी के बीच अचानक खोया फिर से गायब हो गया। दिल्ली की स्वास्थ्य मंत्री प्रो. किरण वालिया ने घटना स्थल का दौरा किया और इस खोये के गायब होने पर आश्चर्य जताते हुए नार्दन रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त करनल सिंह से उचित कार्रवयाई करने के लिए कहा।

वालिया ने कहा कि इस नकली दस टन खोये का पता लगाया जाए, क्योंकि अगर यह खोया मार्केट में पहुंचता है, तो लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित करेगा। वैसे, बताया जा रहा है कि आढ़ती इस खोये को उठा ले गए हैं।

विभाग की टीम के एक अधिकारी ने बताया कि सैंपलाें को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा, जिसकी रिपोर्ट जल्द आ जाएगी। वहीं, खोया-मावा मार्केट कमेटी, मोरी गेट के चेयरमैन हरीचंद्र वर्मा का कहना है कि विभाग का औचक दौरा कर सैंपल लिया जाना ठीक है, लेकिन भारी संख्या में दिल्ली पुलिस बल तैनात रहने से उनका कार्य प्रभावित हुआ है और व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है।

एनसीआर से भी बड़े पैमाने पर आता है खोया :

इस मार्किट में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ, मुजफ्फर नगर, बुलंदशहर और अन्य जगहों से से बड़े पैमाने पर खोया-मावा का आयात होता है। इस मार्केट में पहुंचने के बाद दिल्ली में बड़े पैमाने पर खोया यहीं से भेजा जाता है। बताया जाता है कि यहां रोजाना एक हजार से ज्यादा परात खोया-मावा पहुंचता है।

एक परात में 50 किलो से ज्यादा खोया होता है। यह खोया दिल्ली समेत एनसीआर के बाजारों में भी पहुंचता है और मिठाई बनाने के काम आता है। दीपावली के मद्देनजर इस बार बाजार में आए खोये में मिलावट होने की आशंका जताई जा रही थी, क्योंकि हाल ही में उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर छापेमारी कर बड़े पैमाने पर मिलावटी खोया पकड़ा जा चुका है।

किरण वालिया ने दिए अभियान छेड़ने के निर्देश

दीपावली पर स्वास्थ्य विभाग दिल्लीवालों को मिलावट की मार से दूर रखने की कोशिश में जुटा हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री प्रो. किरण वालिया ने खाद्य एवं अपमिश्रण विभाग को सतर्क रहने का निर्देश दिया है और नकली खाद्य पदार्थों को बेचने वालों के विरुद्ध सघन अभियान चलाने के आदेश दिए हैं।

वालिया ने कहा कि दीपावली जैसे त्यौहार की पवित्रता को देखते हुए खाद्य एवं अपमिश्रण विभाग के अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। खोया, पनीर, दूध और घी से बनी मिठाइयों, मिल्क पाउडर और चॉकलेट जैसे खाद्य पदार्थों पर विशेष नजर रखी जाएगी।

इसके तहत दिल्ली में जगह-जगह छापेमारी की जाएगी। अभियान के दौरान दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों पर कठोर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।

Whenever festivals approach, the gap of demand and supply widens in the market. To fulfill the need, sweet makers manage to get it from different sources, which lead to manufacture spurious mawa and synthetic milk to be use in the making of sweets across the north India region.

The cellophane-wrapped bites of good wishes may actually make you sick if made with adulterated mawa. Around Diwali, huge volumes of khoya and mawa comes from UP, Rajasthan, and Haryana to Delhi's wholesale market at Mori gate bus terminal.

Your worst fears that there's a great chance that the mawa sold here is fake or made with adulterated milk and milk products, and harmful colours may be coming true. Sample this:

To check sale of adulterated mawa, the Department of Prevention of Food Adulteration (PFA) of the Delhi government started a major crackdown drive and failed to seize big quantity of adultrated milk products.

Poor quality or fake mawa/khoya is made with powdered milk and dalda. This can get sour very fast whereas genuine khoya, made of buffalo/cow milk, can be stored for longer. "Synthetic khoya chalk powder mixed with water is dangerous. It can damage the liver. We have sent samples to PFA but it always sends back reports saying everything is fine, '' said Naresh Kadian.

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