Matter taken up with MP, Police by OIPA in India vide code JUOPXPSD
OIPA in India demands legislation for Police animals in India and retired animals be given respect, treatment, care and shelter not to auctioned for slaughter - Naresh Kadyan.
à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤². दंगे हो या पà¥à¤²à¤¿à¤¸ वालों पर पथराव, या फिर किसी नेता की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ का मामला, हर समय कानून वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ संà¤à¤¾à¤²à¤¨à¥‡ में मà¥à¤¸à¥à¤¤à¥ˆà¤¦à¥€ से मदद करने वाले मेघदूत को राहत मिल गई है। पीपà¥à¤²à¥à¤¸ फॉर à¤à¤¨à¤¿à¤®à¤²à¥à¤¸ की राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· मेनका गांधी के हसà¥à¤¤à¤•à¥à¤·à¥‡à¤ª के बाद पà¥à¤²à¤¿à¤¸ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने फिलहाल मेघदूत को बेचने का निरà¥à¤£à¤¯ टाल दिया है।
हम बात कर रहे है पà¥à¤²à¤¿à¤¸ महकमे से रिटायर हà¥à¤ घोड़े की, जिसे नीलाम करने का फैसला लिया गया था।
रà¥à¤¸à¥à¤¤à¤®à¤œà¥€ आयà¥à¤§ व पà¥à¤²à¤¿à¤¸ टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग कॉलेज इंदौर ने मेघदूत को टà¥à¤°à¥‡à¤‚ड करके 1992 में सातवीं वाहिनी बटालियन को सौंपा था। उस समय उसकी उमà¥à¤° चार वरà¥à¤· थी। बूढ़े व लंगड़े होने पर पीà¤à¤šà¤•à¥à¤¯à¥‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गठित समिति ने उसे मारà¥à¤š 2011 में अयोगà¥à¤¯ घोषित कर दिया। इसके बाद 31 मारà¥à¤š को विà¤à¤¾à¤— ने नीलामी का टेंडर निकाला।
पीपà¥à¤²à¥à¤¸ फॉर à¤à¤¨à¤¿à¤®à¤² की सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ सोनाली दातà¥à¤°à¥‡ ने इसकी सूचना संसà¥à¤¥à¤¾ की राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· मेनका गांधी को दी। शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ गांधी ने इस संबंध में राजà¥à¤¯ के डीजीपी à¤à¤¸ के राउत से फोन पर बात कर इस नीलामी का विरोध किया। इसके बाद पीà¤à¤šà¤•à¥à¤¯à¥‚ ने छह अपà¥à¤°à¥ˆà¤² को नीलामी सà¥à¤¥à¤—ित करने के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ जारी कर दिà¤à¥¤
अयोगà¥à¤¯ घोषित करने का निरà¥à¤£à¤¯ लेती है कमेटी पà¥à¤²à¤¿à¤¸ पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ इसके लिठकमेटी गठित करता है। इस कमेटी में पशॠचिकितà¥à¤¸à¤•, सेनानी अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·, सहायक सेनानी, शाखा कंपनी कमांडेंट या पà¥à¤²à¤¾à¤Ÿà¥‚न कमांडर व मà¥à¤–à¥à¤¯ लिपिक शामिल होता है।
घोड़े का पूरा परीकà¥à¤·à¤£ करने के बाद उसकी शारीरिक सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ पर विचार किया जाता है। उसके बाद समिति निरà¥à¤£à¤¯ लेती है कि वह घोड़ा काम का है या नहीं। उसके बाद ही नीलामी की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ पूरी की जाती है। इसके पहले बाजीराव और कपिल नाम घोड़े को अयोगà¥à¤¯ घोषित किया गया था लेकिन इनको मिले पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को देखते हà¥à¤ विà¤à¤¾à¤— ने उनकी आजीवन देखà¤à¤¾à¤² की थी।
पà¥à¤²à¤¿à¤¸ महकमे की बटालियन में घोड़े-116 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ खरà¥à¤š 2-3 हजार रà¥.
बूढ़ा हो गया है
बूढ़ा हो चà¥à¤•à¤¾ मेघदूत अब पà¥à¤²à¤¿à¤¸ के लिठमà¥à¤¸à¥€à¤¬à¤¤ का कारण बन चà¥à¤•à¤¾ है। पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ यह नहीं समठपा रहा कि वे मेनका गांधी की बात माने या फिर ऑडिट विà¤à¤¾à¤— की। मेनका गांधी का कहना है कि जिस घोड़े ने सालों मà¥à¤¸à¥à¤¤à¥ˆà¤¦à¥€ से काम करके कानून वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को संà¤à¤¾à¤²à¤¾ है, उसे सेवानिवृतà¥à¤¤à¤¿ के बाद समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• जीने का हक है, न कि किसी तांगे में जोतकर बोà¤à¤¾ ढोने या यातना सहने के लिठबेच देना।
इधर पà¥à¤²à¤¿à¤¸ पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ का कहना है कि à¤à¤• बार अयोगà¥à¤¯ घोषित किठजाने पर उसके खाने के खरà¥à¤š पर ऑडिट वाले आपतà¥à¤¤à¤¿ उठाते हैं। उनका मानना होता है कि अयोगà¥à¤¯ घोड़े पर जो वà¥à¤¯à¤¯ कि जा रहा है, वो अपवà¥à¤¯à¤¯ की शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ में आता है।
à¤à¤¸à¥‡ में बटालियन में काम कर रहे करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के वेतन से उसका खरà¥à¤š काटने के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ तक दिठजाते हैं। à¤à¤¸à¥€ अपà¥à¤°à¤¿à¤¯ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ से बचने के लिठसातवीं वाहिनी बटालियन ने मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ को पतà¥à¤° लिखकर पूछा है कि उसका खाना खरà¥à¤šà¤¾ किस मद में डाला जाà¤à¥¤